राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज फतेहपुर में स्थित एक राजकीय विद्यालय है। इस विद्यालय की स्थापना सन् 1948 में की गई थी। यह विद्यालय हिंदी माध्यम का विद्यालय है , जो यू0 पी0 बोर्ड से संबंधित है । नगरीय और ग्रामीण अंचल की छात्राओं के सर्वांगीण विकास के लिए इस विद्यालय की स्थापना की गई है । सर्व शिक्षा अभियान और पढ़े बेटी बढ़े बेटी योजना के अंतर्गत यहां कक्षा 6 से 8 तक निःशुल्क शिक्षा का प्रावधान है ताकि आर्थिक रूप से कमजोर छात्राएं शिक्षा के अधिकार से वंचित न रह जाए।
किसी भी संस्था का मुख्य उद्देश्य किसी व्यक्ति के व्यक्तित्व और चरित्र का निर्माण करते हुए उसे भविष्यगत कठिनाइयों और परिस्थितियों का सामना करने के लिए सुदृढ़ करना है ।किसी भी देश के विकास में स्त्रियों की महती भूमिका होती है जैसा कि प्राचीन ग्रंथों में भी उल्लिखित है -
2 एकड़ से अधिक हरे-भरे घास के परिसर| खेल के मैदान बच्चों में रचनात्मकता विकसित करने के लिए सबसे अच्छी जगह हैं जहां वे अपनी भावनाओं को नकली किए बिना स्वयं हो सकते हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह महत्वपूर्ण संज्ञानात्मक और भावनात्मक कौशल विकसित करता है जिसे एक बच्चा अवकाश गतिविधियों के माध्यम से हासिल नहीं कर सकता है। कैंपस आधारित शिक्षा छात्रों को एक दूसरे के साथ चर्चा करने और एक दूसरे की मदद करने की अनुमति देती है।
सामान्य वर्ग, अनुसूचित जाति/जनजाति, पिछड़ी जाति की छात्राओं को शासन द्वारा छात्रवृत्तियाँ एवं शुल्क प्रतिपूर्ति प्रदान की जाती है| किसी छात्र को उसकी पढ़ाई को आगे बढ़ाने के लिए योग्यता, आवश्यकता आदि के कारण दी गई धनराशि या अन्य सहायता। ये पुरस्कार एक छात्र की शैक्षणिक, कलात्मक, एथलेटिक, या अन्य क्षमताओं पर आधारित होते हैं, और अक्सर एक आवेदक की पाठ्येतर गतिविधियों और सामुदायिक सेवा रिकॉर्ड में एक कारक होता है।
आर्थिक रूप से कमजोर छात्राओं को इस कोष के माध्यम से सहायता दी जाती है। इस फंड की स्थापना इस प्रस्ताव पर की गई है कि गरीब शहरी विकास और गरीबी उन्मूलन में केंद्रीय अभिनेता हैं और अपने स्वयं के शहरी सुधार कार्यक्रमों को तय करने और सह-प्रबंधन करने में सर्वश्रेष्ठ सक्षम हैं। यदि आपको किसी स्कूल या विश्वविद्यालय में छात्रवृत्ति मिलती है, तो आपकी पढ़ाई का भुगतान स्कूल या विश्वविद्यालय, या किसी अन्य संगठन द्वारा किया जाता है।
मानसिक सुदृढ़ता के साथ शारीरिक सुदृढ़ता और स्वस्थता भी आवश्यक है इसलिए इंडोर और मैदानीखेल की भी व्यवस्था है जिससे छात्रायें शिक्षा के साथ साथ अन्य गतिविधियों से भी लाभान्वित हो सकें। आंगन स्कूल की इमारत के थर्मल और वेंटिलेशन गुणों में सुधार कर सकता है और इस प्रकार ऊर्जा की खपत को कम कर सकता है। इसके अलावा आंगन स्कूल को सुरक्षित आंतरिक खेल का मैदान और छात्रों के लिए वैज्ञानिक वातावरण सीखने की सुविधा प्रदान कर सकता है।